
नई दिल्ली: जिस तरह पाकिस्तान भारत के खिलाफ बार-बार साजिश रचता है और हर बार मुंह की खाता है, उसी तरह कई लोग बिना सोचे-समझे फिटनेस की अंधी दौड़ में कूद पड़ते हैं, नतीजा—बर्बादी ही हाथ लगती है।
ओवर वर्कआउट बन सकता है सेहत का दुश्मन
फिटनेस इंफ्लुएंसर या सेलिब्रिटी को देखकर बिना ट्रेनिंग, बिना गाइडेंस ट्रेडमिल पर दौड़ना या घंटों जिम में पसीना बहाना शरीर को फायदा नहीं, नुकसान पहुंचाता है। ओवर वर्कआउट से मांसपेशियों में खिंचाव, जोड़ों में दर्द और हार्मोनल असंतुलन हो सकता है।
कार्टिसोल लेवल बढ़ने से बढ़ता है तनाव
शरीर पर जरूरत से ज्यादा दबाव डाला जाता है, तो कार्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे बेचैनी, गुस्सा और डिप्रेशन जैसी मानसिक परेशानियां जन्म लेती हैं।
नींद, भूख और इम्यूनिटी पर पड़ता है असर
ओवर ट्रेनिंग से भूख कम लगती है, नींद उड़ जाती है और इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। हड्डियों पर दबाव बढ़ने से स्ट्रेस फ्रैक्चर जैसी गंभीर चोटों का खतरा रहता है।
जरूरत है संतुलन की
जैसे पेंडुलम दो सिरों के बीच झूलता है, वैसे ही हमें भी फिटनेस और आराम के बीच बैलेंस बनाना चाहिए। सही पोजिशन, तकनीक, वार्मअप और हाइड्रेशन के साथ धीरे-धीरे अभ्यास करना ही समझदारी है।
योगगुरु रामदेव देंगे समाधान
आज योगगुरु स्वामी रामदेव एक ऐसा संतुलित रूटीन बताएंगे जिसमें योग, ध्यान और शरीर की जरूरतों के अनुसार फिटनेस को शामिल किया जाएगा—जो न सिर्फ फिट रखेगा, बल्कि मन और शरीर में शांति भी लाएगा।