
By Poll Election 2025 Result: देश के चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे आ गए हैं और इन नतीजों ने कई अहम सियासी संदेश दे दिए हैं.
आम आदमी पार्टी ने पंजाब और गुजरात में अपनी पकड़ बनाए रखी है, वहीं कांग्रेस ने केरल में वापसी का बिगुल फूंका है. दूसरी तरफ बीजेपी को गुजरात में सीमित सफलता मिली, जबकि बंगाल और पंजाब जैसे राज्यों में उसे निराशा हाथ लगी.
इन उपचुनावों को 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल कहा जा रहा था, और इन नतीजों से साफ हो गया है कि देश की सियासत में क्षेत्रीय दलों का दबदबा बना हुआ है. आइए अब जानते हैं कि किस राज्य में किस पार्टी का प्रदर्शन कैसा रहा और इसके क्या मायने हैं:
पंजाब: AAP ने फिर दिखाया दम
लुधियाना पश्चिम सीट पर AAP ने अपने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को मैदान में उतारा और भारी मतों से जीत हासिल की. कांग्रेस, बीजेपी और अकाली दल के दिग्गज उम्मीदवारों के सामने AAP की यह जीत बताती है कि पंजाब में भगवंत मान सरकार अब भी लोकप्रिय बनी हुई है.
गुजरात: आम आदमी पार्टी की चुपचाप सेंध
गुजरात की विसावदर सीट पर AAP के गोपाल इटालिया ने बीजेपी के किरीट पटेल को 17,554 वोटों से हराकर बड़ा झटका दिया. कांग्रेस यहां अपनी जमानत तक नहीं बचा सकी.
हालांकि बीजेपी ने कादी सीट पर 99,742 वोटों से जीत हासिल कर अपनी साख बचाई. AAP का ये प्रदर्शन 2027 के लिए खतरे की घंटी है.
केरल: कांग्रेस की वापसी
नीलांबुर सीट पर कांग्रेस के आर्यदान शौकत ने वाम मोर्चे और टीएमसी के उम्मीदवारों को पछाड़ते हुए 11,077 वोटों से जीत दर्ज की. ये जीत कांग्रेस के लिए एक बड़ी राहत है और संकेत देती है कि वह केरल में एक बार फिर सशक्त विकल्प के रूप में उभर रही है.
बंगाल: टीएमसी की पकड़ बरकरार
कालीगंज सीट पर ममता बनर्जी की पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की. टीएमसी प्रत्याशी अलीफा अहमद ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को पछाड़ दिया. मुस्लिम मतदाताओं का झुकाव फिर से टीएमसी की तरफ दिखा और विपक्षी एकता फिर कमजोर साबित हुई.
कांग्रेस को सीमित राहत, गहरे झटके भी
कांग्रेस सिर्फ केरल की सीट जीत सकी. पंजाब में हार, बंगाल में समर्थन के बावजूद पराजय और गुजरात में करारी शिकस्त ने कांग्रेस को सोचने पर मजबूर कर दिया है. 2027 की तैयारियों के लिहाज से यह अलार्म बेल है.
बीजेपी: ऑपरेशन लोटस फेल?
बीजेपी सिर्फ कादी सीट जीत सकी. पीएम मोदी के गृह राज्य में भी विसावदर जैसे क्षेत्र में हार, जहां 18 साल से कमल नहीं खिला, चिंता की बात है. बंगाल और केरल में हार और आम आदमी पार्टी से मात पाना बीजेपी के लिए बड़ा झटका है.
ममता बनर्जी को 2026 की उम्मीद
टीएमसी ने बंगाल में मजबूत स्थिति दर्शाई लेकिन केरल में टीएमसी प्रत्याशी को हार मिली. हालांकि, कालीगंज जीतकर ममता ने दिखाया कि वे अब भी बंगाल की राजनीति की धुरी बनी हुई हैं.