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नोएडा : 26 मई 2014 से शुरू होकर 2025 तक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 11 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह दौर सेवा, पारदर्शिता और समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के कल्याण को समर्पित रहा।
आर्थिक उछाल: भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
2014 में 11वें स्थान से 2025 तक भारत चौथे पायदान पर पहुंचा। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं ने निवेश और रोजगार को बढ़ावा दिया। JP नड्डा ने बताया कि 11 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए और 4 करोड़ से अधिक घर बनाए गए।
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT): 34 लाख करोड़ सीधे लाभार्थियों के खातों में
DBT के जरिए 34 लाख करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों को मिले, जिससे भ्रष्टाचार में भारी कमी आई। यह मोदी सरकार की पारदर्शिता की दिशा में ऐतिहासिक पहल रही।
स्वच्छ भारत मिशन: 11.72 करोड़ शौचालयों से खुली में शौच की समस्या पर विराम
देशभर में 11.72 करोड़ शौचालयों का निर्माण हुआ, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता में बड़ा बदलाव आया और खासकर महिलाओं की गरिमा को नया आयाम मिला।
जल जीवन मिशन: 11.82 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल
हर घर जल के संकल्प के साथ सरकार ने 11.82 करोड़ ग्रामीण घरों को नल जल कनेक्शन उपलब्ध कराए। यह गांवों में स्वास्थ्य और जीवन स्तर सुधारने की दिशा में मील का पत्थर है।
महिला सशक्तिकरण: मुद्रा योजना और शिक्षा में भागीदारी
30 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुद्रा योजना के तहत ऋण मिला। साथ ही, उच्च शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी में 28% तक वृद्धि हुई।
आयुष्मान भारत: 50 करोड़ गरीबों को स्वास्थ्य सुरक्षा कवच
सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत 6 करोड़ से अधिक लाभार्थियों का मुफ्त इलाज हुआ, जिससे आर्थिक बोझ कम हुआ और स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ी।
डिजिटल क्रांति: UPI ने बनाया भारत को ग्लोबल लीडर
UPI के जरिए 2025 तक हर महीने 1.3 ट्रिलियन लेनदेन दर्ज किए गए। भारत दुनिया में सबसे तेज़ डिजिटल भुगतान प्रणाली वाला देश बन गया।
राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति: ऑपरेशन सिंदूर और वैश्विक साख
2024-25 में ऑपरेशन सिंदूर जैसे रणनीतिक अभियानों और वक्फ संशोधन विधेयक ने भारत की सुरक्षा और आंतरिक सुधार को मजबूती दी। भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति और वैश्विक मंचों पर सक्रिय भूमिका ने अंतरराष्ट्रीय साख को नई ऊंचाई दी।
संकल्प, साधना और समर्पण का स्वर्णिम कालखंड
गृह मंत्री अमित शाह ने इन 11 वर्षों को देश के पुनरुत्थान, सामाजिक न्याय, और सांस्कृतिक गौरव का युग बताया। उन्होंने इसे संकल्प, साधना और समर्पण का स्वर्णिम कालखंड कहा।
निष्कर्ष: चुनौतियों के बीच आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूत कदम
बेरोजगारी जैसी चुनौतियां जरूर रहीं, परंतु आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल इंडिया, स्वच्छता अभियान और सामाजिक न्याय के मिशन ने यह साबित कर दिया कि ‘मोदी है तो मुमकिन है।’