
नई दिल्ली: भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने हेडिंग्ले टेस्ट में शानदार शतक जड़कर टीम इंडिया को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया है. लेकिन मैदान पर उनके प्रदर्शन से ज्यादा अब चर्चा उनके पहनावे की हो रही है.
पहले दिन जब गिल बल्लेबाज़ी के लिए उतरे, तो उन्होंने काले रंग के मोजे पहने हुए थे, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के ड्रेस कोड के खिलाफ माना जा रहा है.
सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होते ही क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है. सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या शुभमन गिल का यह कदम नियमों का उल्लंघन है? और अगर हां, तो क्या इसके लिए उन्हें कोई सज़ा दी जाएगी?
ICC के नियम क्या कहते हैं?
ICC ने टेस्ट क्रिकेट के लिए खिलाड़ियों के पहनावे को लेकर सख्त दिशा-निर्देश निर्धारित किए हैं. नियमों के अनुसार, खिलाड़ियों को केवल सफेद, क्रीम या हल्के ग्रे रंग के मोजे पहनने की अनुमति है. MCC के नियम 19.45 के अनुसार, गहरे या काले रंग के मोजों की इजाज़त नहीं है. यह नियम साल 2023 में लागू किया गया था और तब से अधिकांश खिलाड़ी इसका पालन कर रहे हैं.
गिल कैमरों से नहीं बच सके
हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन जब शुभमन गिल बल्लेबाज़ी के लिए आए, तब कैमरों ने उनकी काले मोजों वाली तस्वीरें कैद कर लीं. इसके बाद यह मुद्दा सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा और प्रशंसकों से लेकर क्रिकेट विशेषज्ञों तक, सभी इस पर अपनी राय देने लगे.
क्या गिल को होगी सज़ा?
इस पूरे मामले पर अंतिम फैसला मैच रेफरी रिची रिचर्डसन को लेना है. ICC की गाइडलाइन के तहत, ड्रेस कोड का उल्लंघन ‘लेवल 1’ का अपराध माना जाता है. इसमें खिलाड़ी पर मैच फीस का 10% से लेकर 50% तक जुर्माना लगाया जा सकता है और साथ ही डिमेरिट पॉइंट्स भी दिए जा सकते हैं.
हालांकि नियम यह भी कहते हैं कि यदि खिलाड़ी का इरादा जानबूझकर नियम तोड़ने का नहीं था, तो उसे चेतावनी देकर छोड़ा जा सकता है.
कप्तान होने के कारण बढ़ गई गंभीरता
ड्रेस कोड का उल्लंघन किसी भी खिलाड़ी के लिए अनुशासनात्मक मुद्दा हो सकता है, लेकिन जब ऐसा कृत्य टीम के कप्तान द्वारा किया जाए, तो उसकी गंभीरता और भी बढ़ जाती है. यही वजह है कि सभी की नजरें अब मैच रेफरी के फैसले पर टिकी हुई हैं.
बल्लेबाज़ी में दिखाया दम, पर ड्रेस बन गई चर्चा
शुभमन गिल ने जहां 127 रनों की नाबाद पारी खेली, वहीं उनके पहनावे ने भी दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. टीम इंडिया पहले दिन 359/3 के स्कोर तक पहुंच गई और गिल अगले दिन भी अपनी पारी को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं. लेकिन अब सवाल यह है कि क्या ICC इस छोटी सी गलती को बड़ी सज़ा में बदलेगा?
गिल की गलती या स्टाइल स्टेटमेंट?
क्रिकेट विशेषज्ञों की राय बंटी हुई है. कुछ इसे एक मामूली चूक मानते हैं, तो कुछ इसे कप्तानी जिम्मेदारी के तहत एक गंभीर लापरवाही मान रहे हैं. हालांकि, अब सब कुछ मैच रेफरी की व्याख्या और निर्णय पर निर्भर करेगा.