
नई दिल्ली: सेक्शुअल रिलेशन किसी भी कपल के रिश्ते को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है. महिलाओं के लिए यह न केवल एक फिजिकल एक्ट है, बल्कि इमोशनल बॉन्डिंग को भी गहरा करता है.
डॉक्टर सोनू खोखर के अनुसार, सेक्शुअल एक्टिविटी के दौरान महिलाओं के शरीर में ऑक्सिटोसिन और डोपामिन जैसे हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते हैं, जो उन्हें तनाव से राहत देने के साथ उनकी सेहत में भी सुधार करते हैं.
लेकिन कई बार ये अनुभव पूरी तरह सुखद नहीं रह पाता. खासकर तब जब इंटिमेसी के बाद वजाइना में सूजन, जलन या दर्द होने लगे.
वजाइना में सूजन आने के मुख्य कारण
डॉ. सोनू खोखर बताती हैं कि सेक्स के बाद वजाइना में सूजन आना एक आम समस्या है, लेकिन इसे हल्के में लेना सही नहीं है. इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं:
लुब्रिकेशन की कमी – अगर इंटिमेसी से पहले शरीर में पर्याप्त लुब्रिकेशन नहीं हुआ हो तो फ्रिक्शन की वजह से वजाइना में जलन और सूजन हो सकती है.
वजाइनल ड्राईनेस – कई बार हार्मोनल बदलाव या स्ट्रेस की वजह से वजाइना में सूखापन आ जाता है, जिससे सेक्स के बाद सूजन की संभावना बढ़ जाती है.
इन्फेक्शन – यीस्ट इन्फेक्शन, बैक्टीरियल वेजिनोसिस या सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STD) भी वजाइना में सूजन और दर्द का कारण बन सकते हैं.
पीरियड साइकिल से पहले सेक्स – मासिक धर्म से ठीक पहले की अवधि में वजाइनल टिशू अधिक सेंसिटिव हो जाते हैं, जिससे उस समय सेक्स करने पर सूजन हो सकती है.
इन टिप्स से करें सूजन से बचाव
फोरप्ले को पर्याप्त समय दें – इससे नेचुरल लुब्रिकेशन बढ़ेगा और फ्रिक्शन कम होगा.
वॉटर-बेस्ड लुब्रिकेंट्स का इस्तेमाल करें – अगर नेचुरल लुब्रिकेशन कम है, तो लुब्रिकेंट से मदद लें.
हाइजीन का रखें ध्यान – सेक्स से पहले और बाद में साफ-सफाई जरूरी है ताकि किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन से बचा जा सके.
सही अंडरगारमेंट्स पहनें – कॉटन के अंडरगारमेंट्स पहनने से वजाइनल एरिया में हवा का संचार बना रहता है, जिससे सूजन कम होती है.
अगर सूजन बनी रहे तो डॉक्टर से मिलें – किसी भी तरह की लगातार परेशानी को नजरअंदाज न करें. गाइनोकॉलजिस्ट से परामर्श लें.
निष्कर्ष
सेक्स के बाद वजाइना में सूजन होना सामान्य है लेकिन इसकी अनदेखी नुकसानदायक हो सकती है. सही लुब्रिकेशन, हाइजीन और पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत इस समस्या को काफी हद तक रोक सकती है. अगर बार-बार ये समस्या हो रही है तो मेडिकल सलाह ज़रूरी है.