
नई दिल्ली: देश के कृषि क्षेत्र को सशक्त और आधुनिक बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की शुरुआत करने की घोषणा की है। यह अभियान राष्ट्रीय स्तर पर चलाया जाएगा, जिससे किसानों को तकनीक, योजनाओं और वैज्ञानिक शोध से जोड़ा जा सके।
पुरी से होगा अभियान का शुभारंभ
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान इस अभियान का आगाज 29 मई को ओडिशा के पुरी से करेंगे। यह अभियान 12 जून तक चलेगा, जिसके दौरान केंद्रीय मंत्री 20 से अधिक राज्यों का दौरा कर किसानों और वैज्ञानिकों से सीधा संवाद करेंगे।
15 दिनों में 20 राज्यों का दौरा, सीधा संवाद किसानों से
इस अभियान के तहत केंद्रीय मंत्री जम्मू, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, असम, मेघालय, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली और छत्तीसगढ़ समेत 20 राज्यों में किसानों व विशेषज्ञों से बातचीत करेंगे। मकसद है – किसानों की जरूरतों और अनुभवों को जानकर भविष्य की कृषि नीति को बेहतर बनाना।
तकनीक और जानकारी को किसानों तक पहुंचाना मुख्य उद्देश्य
यह अभियान खरीफ सीजन की प्रमुख फसलों से संबंधित आधुनिक तकनीकों, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, संतुलित उर्वरक उपयोग और कृषि से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए आयोजित किया जा रहा है।
वैज्ञानिक पहुंचेंगे गांव, किसानों से लेंगे फीडबैक
अभियान के तहत देश के सभी 731 कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), ICAR के 113 संस्थान, राज्य स्तर के कृषि, पशुपालन, बागवानी व मत्स्य पालन विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और प्रगतिशील किसान सक्रिय रूप से भाग लेंगे। वैज्ञानिकों की टीमें गांवों में जाकर किसानों से संवाद करेंगी और उनके सुझाव व नवाचारों का मूल्यांकन करेंगी।
लक्ष्य: डेढ़ करोड़ किसानों तक सीधी पहुंच
यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “लैब टू लैंड” विजन को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। सरकार का उद्देश्य डेढ़ करोड़ किसानों से सीधा संवाद स्थापित कर उन्हें जागरूक करना और कृषि नवाचारों को धरातल पर उतारना है।