
नई दिल्ली: गर्मियों का मौसम अपने साथ कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है। लू लगना, त्वचा में रूखापन, डिहाइड्रेशन, एसिडिटी और पाचन संबंधी समस्याएं आम हो जाती हैं। गर्म हवाओं और अधिक तापमान से शरीर के अंदरूनी तापमान में भी वृद्धि होती है, जिससे वात दोष बढ़ने लगता है। आयुर्वेद में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जो शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं और लू से होने वाली समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
आंवला : शरीर को ठंडक देने वाला आयुर्वेदिक फल
आंवला अपने शीतल और वात-पित्त संतुलन गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है। आंवला का सेवन शरीर को ठंडक पहुंचाता है और लू से बचाव करता है।
कैसे करें सेवन:
कच्चा आंवला खाएं।
आंवला जूस या मुरब्बा का सेवन करें।
आंवला पाउडर को पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
आंवला अचार भी स्वास्थ्यवर्धक होता है।
गुलकंद : शरीर में ठंडक और स्फूर्ति लाने वाला
गर्मी के मौसम में शरीर में जलन, थकान और सुस्ती आम समस्याएं हैं। गुलकंद में मौजूद शीतल तत्व पाचन तंत्र को ठंडक देते हैं और शरीर में तरलता बनाए रखते हैं।
कैसे करें सेवन:
रोजाना एक से दो चम्मच गुलकंद का सेवन करें।
इसे दूध में मिलाकर पी सकते हैं।
गुलकंद युक्त पेय पदार्थ का सेवन भी लाभकारी है।
सेब का सिरका : इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करने वाला
गर्मी में लू लगने से शरीर में मिनरल और इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है। सेब का सिरका पोटैशियम और मैग्नीशियम की मात्रा को संतुलित रखता है, जिससे डिहाइड्रेशन से बचाव होता है।
कैसे करें सेवन:
दो चम्मच सेब का सिरका एक गिलास पानी में मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
इसका सेवन सुबह और शाम खाना खाने से पहले करें।
इसे सलाद में भी शामिल कर सकते हैं।
बेल का शरबत: ठंडक और पाचन शक्ति बढ़ाने वाला
बेल का शरबत गर्मियों में शरीर को ठंडक प्रदान करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। इसमें विटामिन सी और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, जो लू से बचाव करता है।
कैसे करें सेवन:
रोजाना दो बार बेल का शरबत पिएं।
भोजन से पहले इसका सेवन अधिक लाभकारी है।
ताजे बेल का रस निकालकर शरबत बनाएं।
आयुर्वेदिक उपायों से लू से बचाव
गर्मी के मौसम में इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर आप लू के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं। आंवला, गुलकंद, सेब का सिरका और बेल का शरबत न केवल शरीर को ठंडक देते हैं, बल्कि पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाते हैं। इसलिए, इनका नियमित सेवन कर गर्मियों में स्वस्थ और ऊर्जावान बने रहें।