
नई दिल्ली: आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी, तनाव और बिगड़ी हुई जीवनशैली ने कई बीमारियों को जन्म दिया है. उन्हीं में से एक है थायराइड एक साइलेंट बीमारी, जो बिना ज्यादा शोर मचाए शरीर को अंदर ही अंदर प्रभावित करती रहती है.
थायराइड ग्रंथि शरीर के हार्मोन बैलेंस को बनाए रखने का काम करती है, लेकिन जब इसमें गड़बड़ी होती है तो कई शारीरिक और मानसिक लक्षण दिखने लगते हैं. खास बात यह है कि थायराइड के कुछ संकेत सुबह उठते ही महसूस होने लगते हैं.
नीचे बताए गए 4 संकेत यदि रोज सुबह अनुभव हो रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है:
1. सुबह उठते ही अत्यधिक थकान या कमजोरी
यदि आप सुबह उठने के बाद भी थकान महसूस करते हैं, जैसे कि पूरी रात नींद न ली हो, तो यह हाइपोथायराइडिज्म का लक्षण हो सकता है. इस स्थिति में शरीर की मेटाबॉलिक रेट धीमी हो जाती है, जिससे एनर्जी नहीं बन पाती और व्यक्ति खुद को कमजोर महसूस करता है.
2. चेहरे या आंखों की सूजन
थायराइड से जुड़ी गड़बड़ी के कारण शरीर में फ्लूड रिटेंशन बढ़ जाता है. इसका असर सुबह के समय चेहरे, खासकर आंखों के आसपास सूजन के रूप में देखा जा सकता है. अगर आप रोज सुबह शीशे में खुद को सूजा हुआ पाते हैं, तो सतर्क हो जाइए.
3. बाल झड़ना या बालों का बहुत पतला हो जाना
थायराइड हार्मोन की असंतुलन से बालों की ग्रोथ साइकिल प्रभावित होती है. सुबह उठकर तकिए पर बालों का गिरा होना, कंघी में बहुत सारे बाल फंसना और बालों की जड़ें कमजोर होना थायराइड की ओर इशारा कर सकता है.
4. मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन
सुबह-सुबह बेवजह का तनाव, निराशा या गुस्सा आना केवल नींद की कमी नहीं, बल्कि थायराइड हार्मोन के उतार-चढ़ाव का संकेत भी हो सकता है. यह दिमाग पर प्रभाव डालता है, जिससे मानसिक असंतुलन देखने को मिलता है.
क्या करें?
इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें. तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और थायराइड टेस्ट (TSH, T3, T4) करवाएं. खानपान और जीवनशैली में बदलाव, योग और नियमित दवाओं से थायराइड को नियंत्रण में रखा जा सकता है.