
नई दिल्ली: बुधवार शाम बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब आरसीबी की जीत का जश्न मनाने भारी संख्या में फैंस इकट्ठा हो गए।
भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि स्टेडियम के गेट पर भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और 41 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
RCB और सरकार की मदद का ऐलान
इस दर्दनाक हादसे पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु फ्रेंचाइज़ी ने गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने भी 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की और घायलों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने का वादा किया।
सीमित क्षमता, बेकाबू भीड़ बनी हादसे की वजह
RCB ने पहली बार आईपीएल का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया, जिसके बाद फैंस भारी संख्या में विक्ट्री परेड देखने चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जुटे।
स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 35 हजार थी, लेकिन वहां दो से तीन लाख लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस अचानक बढ़ी भीड़ ने हालात को बेकाबू बना दिया और भगदड़ की स्थिति बन गई।
सरकार ने जताया दुख, जांच के आदेश
मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने कहा कि यह दुखद घटना नहीं होनी चाहिए थी। उन्होंने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए और कहा कि सरकार इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करेगी।
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस के लिए बेहद मुश्किल हो गया था, जिसके चलते जुलूस को बीच में ही रोकना पड़ा।
उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं, आयोजन में कुप्रबंधन को लेकर आयोजकों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।