
नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर अपने पहले दिए गए बयान से पलटी मार ली। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता नहीं की, बल्कि केवल तनाव को कम करने में मदद की थी।
कतर में ट्रंप का बयान
कतर दौरे के दौरान अल-उदीद एयर बेस पर अमेरिकी सैन्य कर्मियों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, “मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैंने ऐसा किया। लेकिन मैंने पिछले सप्ताह पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव को सुलझाने में मदद की थी।”
पहले ले चुके थे श्रेय
गुरुवार के बयान से पहले ट्रंप ने कई बार दावा किया था कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक संघर्ष विराम कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मंगलवार को सऊदी अरब में बयान: ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत-पाक संघर्ष विराम कराने में सफलता पाई है।
शनिवार को दो बार दावा: ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच संघर्ष को खत्म कराया।
सोमवार को बयान: ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार ने परमाणु संघर्ष को रोककर लाखों लोगों की जान बचाई।
पश्चिम एशिया दौरे पर ट्रंप
ट्रंप इस समय पश्चिम एशिया के चार दिवसीय दौरे पर हैं, जिसमें उन्होंने सऊदी अरब और कतर का दौरा किया। उनके बयान में विरोधाभास ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में उनकी भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।