
नई दिल्ली : भारत द्वारा आतंकवादियों पर की गई कार्रवाई और पाकिस्तान की हमले की कोशिश का करारा जवाब मिलने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। ताज़ा घटनाक्रम में पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के एक कर्मचारी को जासूसी के आरोप में अवांछित घोषित कर दिया। साथ ही, उस अधिकारी और उनके परिवार को 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है।
विदेश मंत्रालय का बयान
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि भारतीय उच्चायुक्त को बुलाकर इस आदेश की जानकारी दी गई। इससे पहले, भारत ने भी नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक पाकिस्तानी अधिकारी को अवांछित घोषित किया था। उस अधिकारी पर भारत में अपनी आधिकारिक स्थिति के विपरीत गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप था।
आतंकवाद के खिलाफ भारत का कड़ा एक्शन
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
भारत ने 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना था। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले का बदला लेने के लिए था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी।
रणनीतिक हमले और सफल परिणाम
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के अंदर 11 एयर बेस पर निशाना साधा और आतंकवादियों के खिलाफ हवाई, जमीनी और समुद्री अभियानों को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया, जिससे पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को काफी नुकसान हुआ। खास बात यह रही कि इन हमलों में नागरिक हताहतों को न्यूनतम रखने पर जोर दिया गया।
भारत-पाकिस्तान राजनयिक तनाव
पाकिस्तान द्वारा भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के आदेश ने दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव को और बढ़ा दिया है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के अधिकारियों को अवांछित घोषित कर दिया है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों में और कटुता आने की आशंका है।
निष्कर्ष
भारत का आतंकवाद के खिलाफ कठोर रुख और पाकिस्तान को दिए गए सख्त जवाब से पाकिस्तान सरकार बौखला गई है। ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन ने आतंकवादियों के हौसले पस्त कर दिए हैं और भारत ने एक बार फिर अपनी सैन्य शक्ति और प्रतिबद्धता का परिचय दिया है। पाकिस्तान की प्रतिक्रिया राजनयिक तनाव को बढ़ा सकती है, लेकिन भारत ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कोई भी रियायत नहीं देगा।