
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब भविष्य में किसी भी आतंकी हमले को भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
बढ़ते सैन्य तनाव के बीच आक्रामक रुख
पाकिस्तान की ओर से लगातार मिसाइलें और ड्रोन हमले किए जा रहे हैं। बुधवार रात से ही पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्रों पर ड्रोन से हमले किए, लेकिन भारतीय सेना ने दुश्मन के हर प्रयास को विफल कर दिया। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी ड्रोन हमलों को नाकाम करते हुए पाकिस्तानी मंसूबों पर पानी फेर दिया।
हाईलेवल मीटिंग में तैयार हो रही रणनीति
बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हाईलेवल मीटिंग लगातार जारी है। शनिवार को भी 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, CDS और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष शामिल थे। इस बैठक में पाकिस्तान के लगातार हमलों पर कड़ा जवाब देने की रणनीति पर चर्चा हुई।
भारतीय प्रहार से पाकिस्तान में हड़कंप
भारत के कड़े प्रहार से पाकिस्तान घबरा गया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत के बाद बयान दिया कि अगर भारत हमले बंद कर दे तो पाकिस्तान तनाव कम करने पर विचार करेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत आगे कोई हमला करता है, तो पाकिस्तान भी जवाब देने के लिए तैयार रहेगा।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकियों का सफाया
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इस अभियान में पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर बमबारी की गई, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इस कार्रवाई से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है।
पाकिस्तान की ड्रोन हमलों की नाकाम कोशिश
बुधवार शाम को पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने उसे विफल कर दिया। इसके बाद गुरुवार रात पाकिस्तान ने 400 से अधिक ड्रोन हमले किए, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पूरी तरह नष्ट कर दिया। भारतीय सेना की मुस्तैदी और सटीकता ने पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम कर दिया।
आक्रामक नीति: आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम
मोदी सरकार का फैसला साफ है कि अब आतंकवाद को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। आतंकी हमले को युद्ध की तरह मानकर उसका जवाब दिया जाएगा। भारतीय सेना की रणनीतिक तैयारियों और सरकार के कड़े रुख से यह साफ है कि भारत अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।