
नई दिल्ली (बिहार) : पाटलिपुत्र खेल परिसर में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का उद्घाटन समारोह अत्यंत भव्य और ऐतिहासिक रहा। रंग-बिरंगी रोशनी, शानदार आतिशबाजी और तालियों की गूंज के बीच इस आयोजन की शुरुआत हुई। पूरे परिसर में उत्साह और ऊर्जा की लहर दौड़ गई, वहीं मंद-मंद हवाओं ने भी मानो इस आयोजन का स्वागत किया।
बिहार की विरासत और वर्तमान का अद्भुत संगम
उद्घाटन समारोह में बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को मंच पर जीवंत किया गया। एक ओर जहां पारंपरिक लोकनृत्य और वाद्ययंत्रों की मधुर ध्वनि गूंज रही थी, वहीं दूसरी ओर राज्य के विकास की झलक भी देखने को मिली। मैथिली ठाकुर की मधुर आवाज और पंकज त्रिपाठी की दमदार प्रस्तुति ने माहौल को भावविभोर कर दिया।
देशभर के कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ
इस भव्य आयोजन में भारत के ख्याति प्राप्त कलाकारों—तौफिक कुरैशी, विक्रम घोष, प्रवीण गोखंडी और राजेश वैद्य—ने तबला, सितार और बांसुरी जैसे वाद्ययंत्रों पर मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति दी। मैथिली ठाकुर ने ‘नमामि माता मुंडेश्वरी’ की प्रस्तुति से मंच को आध्यात्मिक अनुभूति से भर दिया।
छात्रों और बच्चों की रंगारंग भागीदारी
एआर रहमान कॉलेज और बिहार के विभिन्न स्कूलों के करीब 1600 बच्चों और कलाकारों ने मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाई। इनकी प्रस्तुतियों में बार एक्ट, स्पोर्ट्स एक्ट और योजना एक्ट जैसे अलग-अलग थीम पर परफॉर्मेंस शामिल थे, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा।
पंकज त्रिपाठी की आवाज में गूंजी बिहार की आत्मा
बिहार के गौरव और प्रसिद्ध अभिनेता पंकज त्रिपाठी पारंपरिक धोती-कुर्ता पहनकर मंच पर पहुंचे। उन्होंने अपनी ओजस्वी आवाज में बिहार की ऐतिहासिक यात्रा को जीवंत कर दिया। बुद्ध, महावीर, मगध, मिथिला, स्वतंत्रता संग्राम, रामधारी सिंह दिनकर, जयप्रकाश नारायण, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और उस्ताद बिस्मिल्ला खां जैसे महापुरुषों की गाथा से समारोह भावनात्मक रूप से गहराया।